महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव मतगणना के 13 दिन बाद भी राज्य में नई सरकार के गठन को लेकर खींचातानी अभी भी बरकरार है। भाजपा और शिवसेना में जहां सीएम पद को लेकर पेंच फंसा है, वहीं कांग्रेस-एनसीपी सावधानीपूर्वक अपनी चालें चल रहे हैं। तो वहीं शिवसेना के नवनिर्वाचित पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलने के लिए मातोश्री शिवसेना के मुख्यालय पहुंचे है।
खबरो की मानें तो, उद्धव ठाकरे ने एनसीपी-कांग्रेस के सहयोग से सरकार बनाने की संभावनाओं की लाभ-हानि पर विधायकों से चर्चा करना चाहते हैं। तो वहीं एक बार फिर से शिवसेना के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने आज फिर से कह दिया है कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री शिवसेना से ही होगा। राउत ने आगे कहा कि महाराष्ट्र में सरकार को लेकर आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत और उद्धव के बीच अबतक कोई बातचीत नहीं हुई है।
आपको बता दें कि भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल और सुधीर मुनगंटीवार आज राज्यपाल से मुलाकात करेंगे। इस बीच सत्ता की एक चाबी अपने पास होने के बावजूद एनसीपी अपने पत्ते नहीं खोल रही है, जबकि कांग्रेस में आलाकमान के इनकार के बावजूद एक धड़ा चाहता है कि शिवसेना को समर्थन देकर उसकी सरकार बनवाई जाए।
तो वहीं, कांग्रेस नेता हुसैन दलवाई ने बुधवार को शिवसेना भवन में जाकर संजय राउत से मुलाकात की और बाहर आकर मीडिया से कहा कि अब भाजपा की सरकार किसी भी हाल में नहीं बनेगी और भाजपा से कहीं बेहतर शिवसेना है और भाजपा तथा शिवसेना के हिंदुत्व में भी फर्क है।
इसी के साथ आरपीआई प्रमुख रामदास आठवले ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने के अलावा शिवसेना के पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है। आखिर शिवसेना 56 विधायकों के साथ कैसे सरकार बनाएगी। यदि शिवसेना हमारे साथ नहीं आती है तो तब फडणवीस को राज्य में सरकार बनाने का खुद दावा पेश करना चाहिए।